पिथौरागढ – विधानसभा चुनाव को लेकर मतदान कार्मिकों का पहले चरण का प्रशिक्षण सोमवार को संपन्न हुआ। पहले चरण में 900 पीठासीन अधिकारी, 922 प्रथम मतदान अधिकारी, 21 जोनल एवं 133 सेक्टर मजिस्ट्रेटों को मतदान प्रक्रिया का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के अंतिम दिन विधानसभा क्षेत्र धारचूला के लिए 177 पीठासीन अधिकारी व 259 प्रथम मतदान अधिकारी, 5 जोनल व 44 सेक्टर अधिकारियों को मतदान प्रक्रिया का प्रशिक्षण हुआ। इस दौरान मतदान कार्मिकों को ईवीएम व वीवीपैट का व्यवहारिक प्रशिक्षण भी दिया गया।
जिला निर्वाचन अधिकारी डा.आशीष चौहान ने सोमवार को मतदान प्रशिक्षण का जायजा लिया। उन्होंने मतदान कार्मिकों को भलीभांति प्रशिक्षण पूरा करने और अपनी सभी शंकाओं का अच्छी तरह से निराकरण करने के निर्देश दिए। ताकि मतदान के दिन कोई समस्या न हो।
जिलाधिकारी ने कहा वीवीपैट बहुत ही सेन्सटिव मशीन है, इसलिए मतदेय स्थलों को जाते व आते समय वीवीपैट मशीन का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि पोलिंग पार्टियों पर मतदान संपन्न कराने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है। मतदेय स्थलों को जाने से पहले उस बूथ की मतदाता सूची, पोलिंग के लिए जरूरी उपकरण एवं निर्वाचन सामाग्री की अच्छी तरह से जांच कर लें। मतदान से पहले मतदेय स्थल पर मतदान की सभी तैयारियां सुनिश्चित करें। बताया कि इस बार 50 प्रतिशत बूथों से सीधे वेबकस्टिंग की जाएगी, जिसको निर्वाचन आयोग सीधे मानिटर करेगा।
जिलाधिकारी ने पोलिंग पार्टियों को अपने मतदेय स्थलों पर कोविड एप्रोप्रिएट विहेवियर का भी ध्यान रखने के निर्देश दिए। कहा कि मतदान समाप्ति के बाद बायोमेडिकल वेस्ट का आशा व आंगनवाड़ी कार्यकत्री के माध्यम से डिस्पोजल कराना सुनिश्चित करें। इससे पूर्व जिलाधिकारी ने स्ट्रांग रूम का निरीक्षण भी किया। उन्होंने ईवीएम में उम्मीदवारों की सेटिंग हेतु सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मास्टर ट्रेनर डा.दीपेन्द्र महर, मोहन चंद जोशी, नीरज जोशी, जीवन चंद जोशी, गौरव कुमार व डा.विकास पंत द्वारा मतदान प्रक्रिया का विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया।प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान उप जिला निर्वाचन अधिकारी फिंचा राम चौहान, डीडीओ रमा गोस्वामी सहित पीठासीन अधिकारी, प्रथम मतदान अधिकारी, जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट उपस्थित थे।