पिथौरागढ़: दिनांक 16/09/2025 को राजस्व क्षेत्र कालासिला, तहसील बेरीनाग, जनपद पिथौरागढ़ में वादी बहादुर राम निवासी दङमेत कमदिना द्वारा अपनी बहू सुनीता देवी की गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। जिस पर पटवारी क्षेत्र कालसिला में धारा 140(3) बीएनएस बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया था।
दिनांक 16/10/2025 को प्रकरण की विवेचना नियमित पुलिस को हस्तांतरित हुई। एसपी पिथौरागढ़ रेखा यादव के निर्देशन में, सीओ बेरीनाग गोविन्द बल्लभ जोशी के पर्यवेक्षण में विवेचना के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया कि गुमशुदा सुनीता देवी को विजय प्रसाद निवासी ग्राम किसमिला, थाना कपकोट जिला बागेश्वर, द्वारा बहला-फुसलाकर शादी करने के बहाने अपहृत किया गया था। इससे पूर्व भी अभियुक्त विजय प्रसाद द्वारा सुनीता देवी को बहला- फुसलाकर अपने साथ ले जाकर घुमाने व अपने घर लाने की पुष्टि हुई।
इस घटना से नाराज़ होकर विजय प्रसाद के परिजनों द्वारा आपराधिक षड्यंत्र कर गुमशुदा सुनीता देवी को रामगंगा नदी में फेंक कर हत्या करना पूछताछ व साक्ष्यों के आधार पर प्रकाश में आया। एसएचओ बेरीनाग नरेश कुमार गंगवार के नेतृत्व में पुलिस ने विवेचना के क्रम में दिनांक 11/12/2025 को अभियोग में धारा 87/140(1)/3(5) बीएनएस की वृद्धि कर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तों की निशानदेही पर रामगंगा नदी से गुमशुदा सुनीता देवी का बैग, फोटो, एक स्वेटर तथा दुपट्टा बरामद किया गया।
हालांकि गुमशुदा का शव अभी तक बरामद नहीं हो पाया है।उक्त अभियुक्तों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया।
पुलिस टीम में वरिष्ठ उपनिरीक्षक हरीश सिंह कोरंगा,उपनिरीक्षक पूजा मेहरा,अपर उपनिरीक्षक भुवन चन्द्र पाण्डेय,कांस्टेबल गोपाल पाण्डेय,कांस्टेबल राजकुमार शामिल रहे।