पिथौरागढ़: अपने चार दिवसीय जनपद भ्रमण के दौरान, कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत, एवं जिलाधिकारी पिथौरागढ़ विनोद गिरी गोस्वामी, द्वारा सीमांत जनपद के दूरस्थ गांव खेत, तीजम, सुंगदुग,दर, बोंगलिंग, उर्थिंग,उम्चा, सेला,चल, नागलिंग,बालिंग, सोंन दुग्तु, दातू, ढाकर, तिन्दांग, मारछा तथा सीपू का स्थलीय दौरा किया। निरीक्षण के दौरान गांव के स्थानीय लोगों से उनकी समस्याओं को जाना। सभी ग्रामवासियों द्वारा आयुक्त कुमाऊं, एवं जिला अधिकारी विनोद गिरी गोस्वामी का हर्षोल्लास से स्वागत किया गया।
निरीक्षण के दौरान कुमाऊं आयुक्त ने राजकीय इंटर कालेज खेत में, जाकर बच्चों से संवाद करते हुए, मिड डे मील की गुणवत्ता के बारे में पूछा। विद्यालय के शिक्षकों ने नदी के किनारे सटे स्कूल, की सेफ्टी वॉल को बनाए जाने का अनुरोध किया, वहीं विज्ञान विषय के शिक्षक का पद रिक्त होने, विद्यालय में जल आपूर्ति करने वाली पाइप लाइन, के क्षतिग्रस्थ होने के कारण आ रही समस्या से अवगत कराया गया।
जिस पर कमिश्नर द्वारा उक्त समस्याओं का शीघ्र निराकरण करने की बात कही। वहीं बच्चों के साथ संवाद के बाद, जिलाधिकारी द्वारा छोटे बच्चों को टॉफी बांटकर, उनका उत्साह बढ़ाया गया। तीजम गांव में पहुंचने पर ग्रामीणों द्वारा, कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत, जिलाधिकारी समेत समस्त अधिकारियों का अपनी संस्कृतिक शैली में, पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। तीजम की ग्राम प्रधान द्वारा गांव में झूलापुल का निर्माण करने की मांग, तथा नदी से कटाव द्वारा गांव के अस्तित्व को खतरा होने के कारण, तटबंध बनाने हेतु, गांव में पर्याप्त संचार सुविधा ना होने, तथा जूनियर हाईस्कूल में विज्ञान के शिक्षक का पद रिक्त, होने से अवगत कराया।
जिस पर आयुक्त कुमाऊं द्वारा गांव की समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिए।
तीजम के बाद भूस्खलन के कारण पलायन की समस्या झेल रहे दर गांव में पहुंचे। ग्रामीणों द्वारा शासन से ग्रामीणों को विस्थापन हेतु, भूमि आवंटित करने की लंबित पड़ी मांग से, आयुक्त कुमाऊं को अवगत कराया। तथा विस्थापन के साथ साथ बीआरओ के माध्यम से, युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने, का आग्रह किया, भूस्खलन के कारण गांव में स्थित घरों की दीवारों पर दरार आना, स्वास्थ्य सुविधाओं का न होना, बिजली आपूर्ति का व्यवस्थित ना होना, संचार सुविधा ना होने, तथा पशु चिकित्सक न होने के कारण पशु क्षति की दर, सहित गांव की मुख्य समस्याओं को, आयुक्त कुमाऊं एवम जिलाधिकारी के सामने रखा, जिस पर आयुक्त कुमाऊ द्वारा संबंधित अधिकारियों को एक महीने के अंदर, गांव में मेडिकल कैंप लगाने तथा पशुओं हेतु पशु चिकित्सक को गांव में, विजिट करने के निर्देश दिए गए।
ग्रामीणों द्वारा जिलाधिकारी को बीपीएल तथा एपीएल कार्ड निर्गत करने हेतु, पुनः सर्वे करने का आग्रह किया। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा ग्राम वासियों से प्रस्ताव बनाकर, जिला कार्यालय भेजने को कहा गया।
दारमा घाटी के मार्ग में पढ़ने वाले बोंगलिंग गांव में पहुंचकर, आयुक्त कुमाऊं को ग्राम प्रधान प्रियंका देवी द्वारा, गांव में बिजली के पर्याप्त साधन न होने, तथा जंगली जानवरों से ग्रामीणों को होने वाली क्षति से, अवगत कराया। जिस पर कमिश्नर द्वारा, शीघ्र समाधान करने का आश्वासन दिया। इसी के साथ बोंगलिंग गांव में ड्राऊड मछलियों के पालन हेतु, बने साइट का भी कमिश्नर तथा जिलाधिकारी द्वारा निरीक्षण किया। सेला गांव में पहुंचकर ग्राम प्रधान सरिता देवी द्वारा, गांव में मोटर पुल तथा बिजली की आपूर्ति हेतु, आग्रह किया।
जिस पर कमिश्नर के निर्देशानुसार जिलाधिकारी द्वारा लकड़ी के पुल हेतु, संबंधित अधिकारी को तत्काल कार्रवाई कर पुल बनाने के निर्देश दिए।
भ्रमण के दौरान नागलिंग गांव में पहुंचकर ग्रामवासियों द्वारा आयुक्त तथा जिलाधिकारी पिथौरागढ़ का, अपने रीति रिवाज से स्वागत किया। ग्राम प्रधान ममता नंगनयाल द्वारा, गांव की प्रमुख समस्याओं जैसे, संचार सुविधा का ना होना, यूपीसीएल द्वारा बिजली ना पहुंचना, ग्राम को वाइब्रेंट विलेज में शामिल करना। शीतकाल के दौरान गांव में जंगली जानवरों द्वारा, ग्रामीणों की घरों में घुसकर क्षति पहुंचाना। गांव को पर्यटन हेतु विकसित करने तथा, ग्रामीणों के शीतकालीन आवास गलाती में हो रहे कटान को, तटबंद द्वारा नियंत्रित करने से, अवगत कराया। जिस पर कमिश्नर द्वारा गांव में शीतकाल के दौरान, सोलर कैमरा लगाने हेतु, ग्रामीणों से ज्ञापन लिया गया, इस दौरान आयुक्त तथा जिलाधिकारी समेत, समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियों ने, ग्रामीणों के साथ मध्यान भोजन भी किया।
भ्रमण के दौरान कुमाऊं आयुक्त तथा जिला प्रशासन का काफिला बालिंग गांव पहुंचा, जहां पर ग्राम प्रधान भगवती देवी द्वारा, गांव में पंचायत घर की कमी, विद्युत की कमी, पर्यटन को विकसित करने हेतु होम स्टे को, पर्यटन विभाग की वेबसाइट में, रजिस्टर करने तथा सड़क मार्ग को गांव तक जोड़ने, हेतु ज्ञापन दिया गया। बॉलिंग से देर शाम दुग्तू गांव पहुंचे, जहां पर ग्रामवासियों द्वारा आयुक्त कुमाऊं तथा जिलाधिकारी का, स्वागत किया गया, दुग्तु के ग्रामीणों से संवाद करते हुए कमिश्नर तथा जिलाधिकारी द्वारा, गांव की समस्याएं जानी तथा उनका शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए।
आयुक्त द्वारा विकासखंड धारचूला के अंतर्गत तेदांग में ग्रामवासियों से, मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुन कर उनका समाधान किया। विभागीय योजनाओं का निरीक्षण किया गया। तत्पश्चात् आयुक्त द्वारा मार्छा गांव पहुंचकर, ग्रामवासियों से मुलाकात कर, उनकी समस्याएं सुनी, अंत में कुमाऊं आयुक्त द्वारा जनपद पिथौरागढ़ के सबसे दुरुस्त सीपू गांव का भी निरीक्षण किया ।
जिलाधिकारी विनोद गिरी गोस्वामी ने कहा, निरीक्षण के दौरान कुछ गांव में छोटी जो समस्या चल रही है। उनका तत्काल निस्तारण किया जाएगा। और पर्यटकों के लिए पैदल मार्ग के निर्माण का कार्य भी, तत्काल प्रभावी रूप से किए जाएंगे।
इस दौरान जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी, मुख्य विकास अधिकारी डॉक्टर दीपक सैनी, उप जिला अधिकारी धारचूला मनजीत सिंह, परियोजना प्रबंधक आशीष पुनेठा, डीपीआरओ हरीश आर्य,खंड विकास अधिकारी धारचूला प्रदीप बिष्ट, समेत सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।