उत्तराखण्ड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना का किया शुभारंभ

पिथौरागढ़- राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना, मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना का शुभारंभ सोमवार को प्रदेश मुख्यालय देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जनपदों से विभिन्न जनप्रतिनिधियों,अधिकारियों के साथ ही लाभार्थी बच्चे भी उपस्थित रहे।


 पिथौरागढ़ जनपद में कलक्ट्रेट परिसर में स्थित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष में जिले के इस योजना के 12 लाभार्थियों को अध्यक्ष जिला पंचायत दीपिका बोहरा, अध्यक्ष नगर पालिका राजेन्द्र रावत एवं मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल द्वारा स्वीकृत प्रमाण पत्र वितरित किए गए। 

 मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के शुभारंभ के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा कहा कि भगवान से प्रार्थना है कि इन लाभार्थियों की यह संख्या अब आगे न बड़े यहीं पर थम जाय। उन्होंने कहा कि वात्सल्य शब्द का अर्थ माता का बच्चों के प्राति प्रेम है। उन्होंने कहा कि जो हम कर रहे हैं या जो भी धनराशि अथवा अन्य विभिन्न सुविधा दे रहे हैं। परन्तु हम इससे उनकी भरपाई नहीं कर सकते हैं। इसलिए यह चक्र खत्म हो जाना चाहिए और अब ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य  सरकार इन बच्चों के साथ हमेशा ही हर सहायता के लिए रहेगी।


 उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से भी इन बच्चों के साथ हैं वह बच्चे मुझे मामा कह सकते हैं।सरकार पूरे मनोयोग के साथ कार्य करेगी। जिला स्तर पर जिलाधिकारी इन बच्चों के सह अभिभावक की तरह देखभाल करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन बच्चों के भरण पोषण से एक पूण्य मिलेगा। ये बच्चे  भविष्य के लिए एक पहचान के तौर पर जाने जाएंगे, इस हेतु इनकी पूर्ण सहायता प्रदान की जाएगी।

 
निश्चित रूप से ये सभी बच्चे आने वाले समय में सभी का नाम रोशन करेंगे आज हमें इनकी मदद करनी है। ये बच्चे आसमान छुएं भविष्य में हमें इनकी देखभाल उसी तरह से करनी है। उन्होंने कहा कि मन में दृढ़ इच्छा शक्ति होनी चाहिए, तभी कामयाबी व सफलता प्राप्त होगी। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम साहब का उदाहरण के साथ ही अनेक विभूतियों का उदाहरण देते हुए कहा कि इन लोगों द्वारा गरीबी में,विषम परिस्थितियों में रहकर भी देश एवं विश्व में अपना नाम रोशन किया तथा देश की सेवा की। उन्होंने कहा कि ये सभी बच्चे भी अपने अपने क्षेत्र में कार्य कर एक मुकाम हासिल करें। हम सभी इन बच्चों को नई दुनिया देने का कार्य करें।


 उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 21 वर्ष की उम्र तक 3 हजार रुपये प्रतिमाह के अतिरिक्त निःशुल्क खाद्यान्न की व्यवस्था के साथ ही नवोदय विद्यालय में निःशुल्क प्रवेश सरकार द्वारा किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के अंतिम व्यक्ति की सेवा कर उसे आगे लाने का कार्य कर रही है। हमारा ध्येय है  सबका साथ, सबका विकास की तर्ज पर सतत कार्य करे।इसी क्रम में आज मुख्यमंत्री की शत प्रतिशत घोषणाएं पूर्ण होने जा रही है। उन्होंने कहा कि वात्सल्य योजना के अंतर्गत चयनित लाभार्थी बच्चों को 5 प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण भी दिया जाएगा। 


उन्होंने कहा कि वात्सल्य योजना इन बच्चों के चेहरे पर मुश्कान लाने का कार्य करेगी। आंकड़ों के अनुसार राज्य में 151 ऐसे बच्चे हैं जिन्होंने अपने माता तथा पिता, दोनों को खोए हैं तथा 2196 ऐसे बच्चे जिन्होंने अपने माता-पिता में से किसी एक को खोया है। जनपद पिथौरागढ़ में ऐसे कुल 63 बच्चे चिह्नित किए गए हैं। जिनमें से 50 के प्रस्ताव स्वीकृत कर सोमवार को इनके बैंक खाते में ऑन लाइन धनराशि जमा की गई। भविष्य में भी प्रत्येक माह इन लाभार्थियों के खाते में ऑन लाइन धनराशि जमा की जाएगी।

   इस अवसर पर जनपद पिथौरागढ़ से मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ विद्यासागर कापड़ी,जिला समाज कल्याण अधिकारी दिलीप कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास संजय गौरव तथा लाभार्थी बच्चे व अन्य उपस्थित रहे।

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