पिथौरागढ़: 13 सितंबर को बादल फटने से गणकोट गांव में जमीदोंज हुए दो नौलों में से एक नौले को ग्रामीणों ने संरक्षित कर लिया है। ग्रामीण दिनेश राम, भुवन कुमार मथुरा प्रसाद, विक्रम कुमार, राहुल कुमार, गणेश राम, हेमंत कुमार, भरत राम, ने लगातार दो दिन काम कर मलवे से पटे नौले को साफ किया और पानी की आपूर्ति सुचारू की। गांव में पेयजल संकट बना हुआ है।
ग्राम के एक हिस्से में पैदल चलने लायक रास्ते भी नहीं है, ग्रामीणों को अभी तक शासन प्रशासन से किसी तरह की कोई मदद नहीं मिल पाई है। जिससे ग्रामीणों में गहरी नाराजगी है। वहीं ग्राम प्रधान नीरज कुमार गनकोटिया ने कहा गाँव के तीन हिस्सों में आसमानी आफत से दर्जनों खेत मलवे की चपेट में आये है, शासन प्रशासन के आला अधिकारियों द्वारा तत्काल ग्राम का निरीक्षण किया गया, लेकिन आज तक ग्रामीणों को मलवे की चपेट में आये खेतों का मुआवजा नहीं दिया गया है, जिससे ग्रामीणों में प्रशासन की लचर कार्य प्रणाली को देखकर गहरा आक्रोश है।
ग्रामीणों ने शीघ्र मलवे की चपेट में आये खेतों का मुआवजा नहीं दिया जाता है, आपदा की चपेट में आये प्रत्येक परिवार के सदस्य मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को खत व ईमेल के माध्यम से अपनी पीड़ा पहुचायेंगे।