पिथौरागढ़ – जिला पंचायत पिथौरागढ़ की त्रैमासिक बैठक गुरुवार को विकास भवन सभागार में अध्यक्ष जिला पंचायत दीपिका बोहरा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए जिला पंचायत सदस्यों द्वारा सदन के माध्यम से अपने क्षेत्र के अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी के अतिरिक्त क्षेत्र की विभिन्न समस्याएं रखते हुए उनके निस्तारण की मांग अध्यक्ष के माध्यम से विभागों के सम्मुख रखी गई।
बैठक में उपस्थित जिलाधिकारी आनन्द स्वरूप ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस सदन के माध्यम से बैठक में जिला पंचायत सदस्यों द्वारा जो भी मामले व समस्याएं रखी गई है,एक निर्धारित समय पर उनका समाधान करते हुए व उन पर की गई कार्यवाही से अपर मुख्य अधिकारी के माध्यम से संबंधित सदस्य को अवश्य अवगत कराया जाय।
जिलाधिकारी ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि इस बैठक में सदन के माध्यम से जो भी समस्याएं रखी गई हैं, उन्हें सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए उनका निस्तारण करें।
बैठक में विभिन्न सदस्यों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत वन भूमि हस्तांतरण के कारण लंबित सड़कों के शीघ्र निर्माण का मामला सदन में रखा गया जिसमें पव्वाधार-नैनी -जागेश्वर देवदार-भीलोत,बरम-कनार, जुम्मा-रांथी, धारी-बेलतड़ी, मडकनाली-भामा,आदि सड़क मार्ग जिनका वन भूमि हस्तांतरण न होने के कारण निर्माण कार्य प्रारम्भ न होने की बात सदस्यों द्वारा रखी गई, तथा शीघ्र ही क्षेत्र को सड़क सुविधा का लाभ देने की मांग की गई।
जिलाधिकारी ने बैठक में सदन को अवगत कराया कि जिले में वन भूमि हस्तांतरण के प्रकरणों को शीघ्र निस्तारित किए जाने हेतु प्रत्येक 15 दिन में समीक्षा कर निस्तारण किया जा रहा है। आगामी 4 माह में सभी सड़कों की वन भूमि हस्तांतरण की स्वीकृति मिल जाएगी। इस संबंध में लगातार नोडल व भारत सरकार स्तर पर वार्ता की जा रही है।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी ने अवगत कराया कि जिले में विभिन्न सड़क मार्गों के वन भूमि हस्तांतरण के प्रकरण तेजी से निस्तारित किए जा रहे हैं।उन्होंने अवगत कराया कि वन विभाग द्वारा जिले में स्थानीय समुदाय की आजीविका संवर्धन व स्वरोजगार हेतु कार्य किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त पर्यटन डेस्टिनेशन भी विकसित किए जा रहे हैं।
बैठक में चिकित्सा विभाग की समीक्षा के दौरान अपर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के अतिरिक्त कोरोना संक्रमण के नियंत्रण हेतु उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं आदि के बारे में सदन को अवगत कराया। उन्होंने वर्तमान में कोरोना काल के मद्देनजर सभी को मास्क का प्रयोग, सोशियल डिस्टेंसिंग व भारत सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का अनुपालन करने की अपील की।
बैठक में पेयजल विभाग की समीक्षा के दौरान विभिन्न सदस्यों द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत कराए जा रहे कार्यों में खराब गुणवत्ता के साथ ही धीमी प्रगति से कार्य कराए जाने का मामला रखा गया जिसपर जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि जल जीवन मिशन के कार्यों की किसी अन्य एजेंसी के माध्यम से कार्यों को सत्यापित करने हेतु शासन से पूर्व से ही प्राविधान रखा गया है इस हेतु जांच कर खराब गुणवत्ता वाले कार्य को ठीक करा लिया जाएगा।
जिलाधिकारी ने पेयजल विभाग को इन कार्यों को तेजी से करने के निर्देश दिए। बैठक में गोरी नदी में पर्यटन विभाग द्वारा गर्म पानी के स्रोत के सौंदर्यीकरण के कार्य में खराब गुणवत्ता व उचित कार्य न किए जाने का मामला रखा गया,जिस पर जिलाधिकारी ने जिला पर्यटन विकास अधिकारी को तत्काल स्थलीय निरीक्षण के निर्देश दिए। उक्त सम्बन्ध में सदन में सभी सदस्यों द्वारा जिला योजनांतर्गत पर्यटन विभाग के जो भी कार्य स्वीकृत हों उन्हें केएमवीएन निर्माण एजेंसी से न कराकर अन्य कार्यदाई सस्थाओं से कराए जाने का प्रस्ताव सदस्यों द्वारा सदन में रखा गया।बैठक में शिक्षा,सिंचाई, कृषि,उद्यान ,बाल विकास,खाद्य आपूर्ति समेत विभिन्न विभागों की समीक्षा की गई।
बैठक में विभिन्न विभागों से आए अधिकारियों द्वारा विभाग के अंतर्गत संचालित विकास कार्यों आदि के बारे में सदन को अवगत कराया।
बैठक में मुख्य कृषि अधिकारी द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की जानकारी देते हुए सभी से अपील की कि अपने क्षेत्र के प्रत्येक किसान का आगामी 15 जुलाई तक खरीफ फसल धान, मडुवे के बीमा के प्रीमियम की राशि को अवश्य जमा कर फसल बीमा करने में सहयोग प्रदान करें।
बैठक में उपाध्यक्ष जिला पंचायत कोमल मेहता,सांसद प्रतिनिधि गणेश भंडारी प्रभागीय वनाधिकारी विनय कुमार भार्गव, मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल,जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी,समेत विभिन्न क्षेत्रों से आए सदस्य जिला पंचायत और विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में संचालन अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत द्वारा किया गया।