पिथौरागढ़

ग्राम गणकोट में चल रही पौण पम्पिंग योजना हुई बिफल बूंद-बूंद पानी को तरसे ग्रामीण, 1 रुपया लीटर घोड़ों से पेयजल आपूर्ति करने को मजबूर…

पिथौरागढ़: जिला मुख्यालय के निकट ग्राम पंचायत गणकोट में गर्मी शुरू होते ही पेयजल संकट गहराने लगा है, ग्रामीण 2 बजे रात से ही गाँव के नौले, धारे, गधेरों से पेयजल आपूर्ति कर रहे है, गर्मी बढ़ने के साथ ही नौले धारे, गदेरों का पानी सुखने लगा है, ग्रामीणों के पेयजल आपूर्ति कर रहे नौले, धारे, गधेरों के सूखने से ग्रामीणों को खासी मशक्कत से पेयजल आपूर्ति करनी पड़ रही है। ग्राम प्रधान नीरज कुमार ने बताया कि ग्राम में 10 वर्षों से पौण पम्पिंग योजना से ग्रामीणों को पेयजल मिलता था। लेकिन लंबे अरसे से ग्रामीणों को पौण पम्पिंग योजना से पेयजल आपूर्ति नहीं मिल रही है।

बता दे पौण पम्पिंग योजना का संचालन जल संस्थान विभाग द्वारा किया जा रहा है, प्रधान ने बताया पौण पम्पिंग योजना में विभाग द्वारा सुधार करने की जानकारी दी गयी, लेकिन करोड़ो का बजट खपाने के बाद भी गाँव में जस की तस समस्या बनी हुई है। ग्राम प्रधान ने कहा 75 प्रतिशत अनुसूचित बाहुल्य गाँव होने के बाद भी गाँव में पेयजल की समस्या की सुध लेने वाला कोई नहीं है। ग्राम में चल रही पौण पम्पिंग योजना में कई दिनों के अंतराल के बाद पेयजल आपूर्ति हो रही है, लेकिन इसके बावजूद भी ग्रामीणों को 10 से 15 मिनट ही पेयजल उपलब्ध हो रहा है। 

हालांकि जलसंस्थान विभाग द्वारा ग्रामीणों को भारी भरकम बिल थमाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। ग्रामीणों द्वारा विभाग को पेयजल संकट की जानकारी दी जाती है, इसके बाद भी विभाग आश्वासन देने से पीछे नहीं हटता है, ग्रामीणों का सब्र पूरी तरह टूट चुका है क्योंकि सब्र की भी कोई हद होती है, सालों से ग्रामीण आश्वासन का ही इंतजार कर रहे है। गाँव में 95 प्रतिशत ग्रामीणों दैनिक मजदूरी से अपनी आजीविका चला रहे है।

विभाग की अनदेखी के कारण दैनिक मजदूरी करने वाले मजदूरों को भी पानी की आपूर्ति करने के लिए घोड़ो से 3 किमी दूर से पेयजल ढुलान कर आपूर्ति करनी पड़ रही है। पेयजल ढुलान पर आने वाले खर्चे से ग्रामीणों को रोजी रोटी का संकट भी पैदा होने लगा है। ग्रामीण विक्रम कुमार, श्यामू राम, मथुरा प्रसाद,दिनेश राम,पंकज कुमार,देवेंद्र कुमार, गोविंद प्रसाद,गोविन्द कुमार,अमित कुमार,दीपक कुमार,पवन कुमार सहित ग्रामीणों ने जल संस्थान विभाग से पेयजल आपूर्ति करने की मांग की है।

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