पिथौरागढ़– राष्ट्रीय प्रेस दिवस के उपलक्ष्य में पर्वतीय पत्रकार एसोसिएशन ने सूचना विभाग में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में मीडिया और पत्रकारिता जगत को मजबूत करने पर बल दिया गया। आयोजित विचार गोष्ठी में पत्रकारिता के चुनौती पूर्ण पेशे व जोखिम पर चर्चा की गई। इस दौरान पत्रकारों की सुरक्षा को भी जरूरी बताया गया।
इस दौरान वक्ताओं ने पत्रकारिता के वर्तमान स्वरूप और उसकी चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की। गोष्ठी में मीडिया में आ रहे बदलावों पर भी चर्चा हुई। वक्ताओं ने कहा पत्रकारिता ने समाज में सजग प्रहरी की भूमिका निभाई है। देश की आजादी के बाद तत्कालीन सरकारों ने पत्रकारों का आजादी की लड़ाई में योगदान रहा है। 16 सितंबर 1966 में सरकार ने पत्रकारों के हितों की सुरक्षा के लिए प्रेस काउंसिल का गठन किया। जिसके बाद पत्रकारों के हितों का सभी संस्थान ध्यान देने लगे। तभी से इस दिन को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
मंगलवार को सूचना विभाग में पीपीए के सलाहकार रमेश गड़कोटी के निर्देशन में सभी पत्रकार एकत्र हुए। एसोंसिएशन के सचिव राकेश पंत के संचालन में हुए कार्यक्रम में पत्रकार अशोक पाठक, यशवंत महर, मयंक जोशी, दीपक गुप्ता, बृजेश तिवारी, राजुल पनेरु ने अपनी बाते रखी। संगठन के अध्यक्ष विजय वर्धन उप्रेती ने प्रेस दिवस के महत्व, निष्पक्ष पत्रकारिता के अलवा संगठित होकर निष्पक्ष तरीके से काम करने की बाते कही। कार्यक्रम में पत्रकार, पूरन चंद्र द्विवेदी, भक्त दर्शन पांडे, राजेश पंगरिया, पंकज पाठक, मनोज चंद, नीरज कुमार गनकोटिया, विपिन गुप्ता, योगेश पाठक आदि मौजूद रहे।