पिथौरागढ़: जिलाधिकारी ने उक्त यात्रा के सफल संचालन हेतु स्वास्थ्य, परिवहन, आवासीय व्यवस्था, पेयजल आदि मूलभूत व्यवस्थाओं को समय पर सुचारू करने के विभागीय अधिकारियों को दिए निर्देश।
जिलाधिकारी पिथौरागढ़ विनोद गोस्वामी ने बताया है कि जनपद पिथौरागढ़ में स्थित पवित्र आदि कैलाश एवं ओम पर्वत दर्शन यात्रा हेतु इस वर्ष 2025 के लिए इनर लाइन परमिट बनने की प्रक्रिया 30 अप्रैल 2025 से उपजिलाधिकारी धारचूला के माध्यम इनर लाइन परमिट जारी किये जायेेंगे। धारचूला तथा आदि कैलाश यात्रा के प्रमुख पड़ाव के समीप मन्दिर के कपाट 02 मई 2025 को पारम्परिक विधिवत पूजा-अर्चना के साथ आम श्रृद्वालुओ एवं पर्यटकों के लिए मंदिर के कपाट खोले जाएंगे।
मंदिर समिति एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा श्रृद्वालुओं एवं पर्यटकों के आवागमन हेतु मूलभूत सुविधाएं पेयजल,स्वास्थ्य,मोटर मार्गों के सुधारीकरण, खाद्यान, दूरसंचार, शौचालय एवं यात्रा मार्गों की समुचित सफाई, सुरक्षा एवं आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था किये जाने हेतु संबंधित विभागों को निर्देशित भी कर दिया गया है। प्रशासन द्वारा सभी श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों से अनुरोध किया है, कि निर्धारित तिथि से ही अपनी यात्रा योजना बनाएं एवं आवश्यक कागजातों के साथ निर्धारित प्रक्रिया के अंतर्गत परमिट हेतु आवेदन करें। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग द्वारा उच्च हिमालयी क्षेत्र की यात्रा करने वाले यात्रियों, श्रद्वालुओं हेतु स्वास्थ्य एण्डवाईजरी से संबंधित साईनेज बोर्ड भी लगाये जा रहे है।
उक्त यात्रा को सफल संपन्न कराये जाने हेतु सेना एवं आईटीबीपी के साथ भी जिला प्रशासन द्वारा समन्वय स्थापित किया गया है एवं सेना और आईटीबीपी द्वारा भी यात्रा को सफल बनाये जाने हेतु अपना सहयोग दिया जायेगा। आगामी आदि कैलाश एवं ओम् पर्वत दर्शन यात्रा 2025 को लेकर जिलाधिकारी गोस्वामी ने इसे प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता बताया है। उन्होंने कहा कि यात्रा को सुगम, सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित बनाने हेतु प्रशासनिक स्तर पर सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं।
जिलाधिकारी ने जानकारी दी कि इस वर्ष यात्रा के दौरान सभी यात्रियों का विवरण (लेखा-जोखा) प्रशासन के पास सुरक्षित रहेगा। इससे न केवल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि होमस्टे एवं अन्य स्थानीय आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराने में भी मदद मिलेगी। स्थानीय लोगों को भी इससे रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। प्रशासन की ओर से यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि यात्रा मार्ग, चिकित्सा सुविधा, संचार व्यवस्था, भोजन एवं आपातकालीन सेवाओं की उचित व्यवस्था समय पर पूरी कर ली जाए। श्रद्धालुओं से अपील है कि यात्रा के दौरान पर्यावरण का विशेष ध्यान रखें एवं प्रशासन द्वारा जारी दिशा- निर्देशों का पालन करें।
