पिथौरागढ़

आईसीएआर-सीएसपी परियोजना के अंतर्गत 7 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ 

पिथौरागढ़: शनिवार को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ ब्लॉक में उत्तराखंड की पारंपरिक ऐपण कला के संरक्षण एवं तकनीकी नवाचार के माध्यम से आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने हेतु आईसीएआर- एस सी एस पी परियोजना 2024-25 के अंतर्गत 7 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ पिथौरागढ़ ब्लॉक के उपरतोला ग्राम में किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य ऐपण कला कौशल को बढ़ावा देना, स्थानीय महिलाओं और युवाओं को स्वावलंबी बनाना तथा पारंपरिक कला को आधुनिक तकनीक से जोड़कर नवाचार के नए आयाम स्थापित करना है।

कार्यक्रम की शुरुआत परियोजना  संयोजक  डॉ छाया शुक्ला, सह – प्राध्यापक के द्वारा किया गया, डॉ छाया शुक्ला ने बताया  कि इस पहल के तहत ऐपण कला को व्यावसायिक दृष्टिकोण से जोड़ने के लिए प्रशिक्षणार्थियों को डिज़ाइनिंग, मार्केटिंग और तकनीकी दक्षता की जानकारी दी जाएगी। कार्यक्रम की  सह  संयोजक डॉ. संध्या रानी ने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण ग्रामीण महिलाओं के लिए आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

यह भी पढ़ें 👉  फाइनेंशियल फ्रॉड यूनिट पिथौरागढ़ द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए दो शिकायतकर्ताओं को कुल  6 लाख 55 हजार रुपये की धनराशि कराई गई वापस

डॉ स्वाती गर्ब्याल ने कहा कि यह परियोजना न केवल सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण की दिशा में अहम भूमिका निभाएगी, बल्कि स्थानीय समुदाय के आर्थिक विकास में भी सहायक सिद्ध होगी। पिथौरागढ़ जिले की प्रसिद्ध ऐपन एक्सपर्ट प्रियंका कपूर द्वारा इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रतिभागियों को ऐपन कला के मूलभूत तत्वों, वसुधरा डिजाइन, हिमाचली बेल तथा सिंघानिया बेल बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। गांव की महिलाओं तथा किशोरियों ने उत्साह से बताया कि इस तरह का कार्यक्रम गांव में पहली बार आयोजित किया गया है। हम सब इसे बहुत उत्साहित हैं, उन्होंने कहा इस तरह के कार्यक्रम लगातार आयोजित किये जायेंगे।

यह भी पढ़ें 👉  सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार हेतु जिलाधिकारी डा.आशीष चौहान की अभिनव पहल पर जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ स्थित रामलीला मैदान में एलईडी डिस्प्ले स्थापित

इस कार्यक्रम हेतु महिलाओं के मध्य समन्वयं स्थापित करने हुए प्रतिभागियों को प्रेरित कर एकत्रित करने तथा सीखने के लिए उत्साहित करने के लिए गांव की मुखिया वैजयंती ने अहम भूमिका निभाई, बता दे कार्यक्रम गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के समुदाय विज्ञान महाविद्यालय द्वारा आयोजित किया गया। इस तरह के कार्यक्रम ग्राम में रखने से ग्राम प्रधान सहित दर्जनों ग्रामीणों ने खुशी जहीर करते हुए ग्रामीणों को स्वरोजगार से जोड़ने की बात कहीं।

To Top