पिथौरागढ़

*डेंगू होने पर क्या सावधानी रखे और क्या करे उपचार*

पिथौरागढ़ – सीएमओ पिथौरागढ़ डॉ हरीश पंत ने डेंगू के लक्षणों की जानकारी देते हुए बताया डेंगू के लक्षण जैसे अचानक तेज सिर दर्द व बुखार एवं मांस पेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना, आंखों के पीछे दर्द होना जो आंखों को घुमाने से बढ़ता है, जी मिचलाना एवं उल्टी होना, गंभीर मामलों में नाक-मुंह, मसूड़ों से खून आना अथवा त्वचा पर चकत्ते उभरना आदि बताया गया। डेंगू मच्छर के पनपने की जानकारी भी दी गयी बताया डेंगू फैलाने वाला मच्छर रूके हुए साफ पानी में पनपता है। कहीं आपके घर में या आसपास पानी तो जमा न हो, जैसे कूलर, पानी की टंकी, पक्षियों व पशुओं के पीने का बर्तन, फ्रिज की ट्रे, फूलनदान, नारियल का खोल, टूटे बर्तन, टायर, डिस्पोजल बर्तन-गिलास, में डेंगू मच्छर पनपता है। सीएमओ द्वारा डेंगू मच्छर को पनपने से रोकने के उपाय की जानकारी देते हुए बताया पानी से भरे हुए बर्तनों व टंकियों आदि को ढक कर रखें, प्रत्येक सप्ताह कूलर को खाली करके सुखा कर ही उपयोग में लायें, डेंगू मच्छर दिन के समय काटता है, ऐसे कपडें पहने जो बदन का पूरी तरह ढक सकें तथा मच्छर रोधी क्रीम, क्वाईल, रिपेलेन्ट आदि का यथा संभव उपयोग करें। डेंगू के उपचार के लिए कोई खास दवा या वैक्सीन नहीं है। बुखार उतारने के लिए पैरासीटामोल ले सकते हैं। एस्प्रीन या इबुब्रेफेन का इस्तेमाल अपने आप न करें। डाॅक्टर की सलाह लें। डेंगू के हर रोगी को प्लेटलेट्स की आवश्यकता नहीं पड़ती है। इसी प्रकार मलेरिया रोग के लक्षण जैसे- सर्दी व कम्पन के साथ बुखार आना, तेज बुखार व सिरदर्द होना व बुखार आते समय पसीना-पसीना होना आदि। मलेरिया से बचाव हेतु बुखार होने पर तत्काल खून की जांच अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में निःशुल्क करायें, अपने घर के आस-पास पानी जमा न होने दें, पानी के बरतन व टंकिया ढक कर रखें, सप्ताह में एक बार फूलदान, पशु व पक्षियों के पानी के बरतनों आदि को सुखाकर ही पानी भरें। हैण्डपम्प के आस-पास पानी जमा न होने दें, वासी भोजन का सेवान न करें, क्लरोनेशन युक्त पानी अथवा उबला हुआ पानी का सेवन करें, बुखार होने पर रोगी को ज्वर उपचार केन्द्र या स्वास्थ्य केन्द्र जाने की लिए प्रेरित करें। डेंगू , मलेरिया से भी सावधानी बनाना बेहद जरूरी है। अपने आस-पास साफ-सफाई बनाए रखें जिसके ऐसे रोगों से बचाव में सहायता मिले।

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