पिथौरागढ़ – जनपद पिथौरागढ़ के पांच दिवशीय भ्रमण पर पंहुचे, प्रमुख सलाहकार मुख्यमंत्री उत्तराखंड, डॉ0 रघुवीर सिंह रावत ने गुरुवार 1 जुलाई को विकास भवन सभागार में जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ जिले में संचालित विभिन्न विकास कार्यों, योजनाओं एवं कोरोना संक्रमण की रोकथाम,उपचार आदि हेतु किये जा रहे कार्यों व स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई।
सर्वप्रथम जिलाधिकारी आनन्द स्वरूप द्वारा मुख्यमंत्री के प्रमुख सलाहकार का स्वागत करते हुए जिले में संचालित विभिन्न योजनाओं, विकास कार्यों के साथ ही कोविड अंतर्गत किए गए कार्यों एवं कोरोना की तीसरी लहर की संभावनाओं के दृष्टिगत की जा रही तैयारियां की जानकारी से अवगत कराया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल द्वारा जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु किए गए कार्यों एवं विभिन्न मेडिकल सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि जिले में सैम्पलिंग एवं वैक्सीनेशन का कार्य लगातार जारी है, जिसके परिणाम स्वरूप पॉजिटिव मामलों पर कमी हो रही है। जिस पर प्रमुख सलाहकार मुख्यमंत्री द्वारा जिले में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण हेतु किए गए उल्लेखनीय कार्य हेतु जिला प्रशासन, स्वास्थ्य व पुलिस विभाग समेत विभिन्न विभागों, सस्थाओं आदि को बधाई देते हुए कहा कि आगामी समय में भी इसी प्रकार कार्य करते हुए कोरोना से निजात दिलाएंगे।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एच सी पंत द्वारा अवगत कराया कि जिले में कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं जिला मुख्यालय में नर्सिंग कॉलेज में 100 बेड जिसमें 50 ऑक्सीजन युक्त तैयार किए गए हैं। इसके अतिरिक्त सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों समेत सेना चिकित्सालय में बच्चों हेतु 5-5 बेड आरक्षित रखे गए हैं। इसके अतिरिक्त जिले में सभी चिकित्सालयों में ऑक्सीजन सिलेंडर का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है।
जिले में सभी ग्राम सभा तक मुख्यमंत्री कोविड की उपलब्धता के साथ ही जिले के सभी परिवारों कुल 97.73% आइबरमेकटीन दवा का वितरण कर लिया गया है। बैठक के दौरान डॉ रावत द्वारा विकास कार्यों की विभागवार समीक्षा करते हुए कहा कि भारत सरकार एवं राज्य सरकार की जो महत्वपूर्ण योजनाएं संचालित हैं, तथा जो भी महत्वपूर्ण कार्य कराए जा रहे हैं उनका लाभ प्रत्येक व्यक्ति तक मिलने के साथ ही कार्य धरातल पर दिखे यह सरकार की मंशा है।
उन्होंने कहा कि सरकार से विभिन्न विभागों की योजनाओं के माध्यम से जो धनराशि आवंटित किया जाता है उसका उचित लाभ लाभार्थी तक पंहुचे इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी विभागों की है। उन्होंने कहा कि तकनीकी विभागों को तकनीकी दृष्टिकोण से और अधिक सुदृढ़ करने की आवश्यकता है, विभाग जिले व प्रदेश के दृष्टिकोण से आगामी वर्षों में आवश्यक कार्यों के दृष्टिगत योजनाओं को तैयार करें।
सभी विभाग एक योजनाबद्ध तरीके से कार्य करते हुए मुख्यमंत्री की सभी घोषणाओं को यथासमय पूर्ण कराएं।स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान सलाहकार द्वारा भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए वहां आवश्यक विशेषज्ञों की तैनाती हेतु शासन को प्रस्ताव देने को कहा।
बैठक में सड़क निर्माण विभाग लोक निर्माण विभाग व पीएमजीएसवाई के अधिकारियों से जिले में सड़क सुविधाओं एवं वर्तमान में निर्माणाधीन सड़कों की प्रगति के अतिरिक्त मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत स्वीकृत सड़कों की प्रगति की समीक्षा करते हुए विभागों से आए अधिकारियों को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री की घोषणाओं को शत प्रतिशत पूर्ण कराया जाय।
उन्होंने एन एच के अधिकारियों को डंपिंग जोन में पौधारोपण करने के निर्देश दिए। पेयजल विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि जिले में प्रत्येक घर को समुचित पेयजल आपूर्ति हेतु एक दीर्घकालिक कार्ययोजना तैयार करते हुए सूख रहे जल स्रोतों के पुनर्जीवन के कार्य कराए जाए इस हेतु मुख्य विकास अधिकारी अपने स्तर से पेयजल विभागों के साथ बैठक कर कार्ययोजना तैयार करें। उन्होंने विद्युत विभाग को जिले में हाइटेंशन लाइनों से होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु आवश्यक सुरक्षात्मक कार्य करने के निर्देश दिए।
बैठक में जिले में औद्यानिकी व बागवानी विकास को बढ़ाए जाने हेतु मुख्य उद्यान अधिकारी को निर्देश दिए। समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा करते हुए प्रमुख सलाहकार ने कहा कि विभिन्न पेंशन योजनाओं के साथ ही वात्सल्य योजना का लाभ प्रत्येक लाभार्थी तक समय से प्रदान किया जाए।
प्रमुख सलाहकार मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ जिला एक सीमांत जिला है,सरकार द्वारा बीएडीपी योजनांतर्गत सीमांत क्षेत्रों में मूल भूत सुविधाओं को मुहैय्या कराए जाने हेतु यह योजना संचालित की गई है। सभी विभागों का दायित्व है कि इन क्षेत्रों में ऐसी योजनाएं प्रस्तावित की जाय, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका संवर्द्धन के कार्यों से स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सके,और गांवों से पलायन भी रुके। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर भी इन गांवों का सर्वांगीण विकास आवश्यकीय है अधिकारी ऐसे कार्यों को प्राथमिकता दें।
बैठक में जिले में पर्यटन गतिविधियों की समीक्षा के दौरान जिला पर्यटन विकास अधिकारी ने अवगत कराया कि पिथौरागढ़ जिले में साहसिक व ग्रामीण पर्यटन की अधिक संभावना के मद्देनजर जिले में होम स्टे को बढ़ावा दिया जा रहा है वर्तमान में जिले में 516 होम स्टे पंजीकृत है। जिले में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाए जाने हेतु कार्य किए जा रहे हैं। प्रमुख सलाहकार ने कहा कि जिले में पर्यटन विभाग, केएमवीएन व वन विभाग आपसी समन्वय व मदद से पर्यटन गतिविधियों विशेष रूप से ईको टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाय।
ताकि आने वाले पर्यटकों को और अधिक डेस्टिनेशन मिलने के साथ ही सुविधाएं प्राप्त होंगी। बैठक में दुग्ध एवं पशुपालन विभागों की समीक्षा के दौरान उनके द्वारा जनपद में किये गये कार्याें की समीक्षा करते हुए जिले में दुग्ध उत्पादन को बढ़ाए जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। खाद्य विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि प्रत्येक बीपीएल परिवार को खाद्यान्न योजना का लाभ अवश्य मुहैय्या कराए जाने के अतिरिक्त पंजीकरण में आ रही समस्या को भी दूर करते हुए उनकी मदद करें।
बैठक में पुलिस अधीक्षक सुखबीर सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी विनय कुमार भार्गव,मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल,अपर जिलाधिकारी एफ आर चौहान,मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एच सी पंत,पीडी डीआरडीए आशीष पुनेठा,सीवीओ डॉ विद्यासागर कापड़ी,समेत लोनिवि,पेयजल, समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।