पिथौरागढ़: जहाँ एक ओर रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहन के रिश्ते का प्रतीक है, वहीं दूसरी ओर देश की ऊँचाई सीमाओं पर तैनात भारतीय सेना के जवान हर त्यौहर से दूर, राष्ट्रसेवा में तल्लीन रहते हैं, लेकिन इस बार पिथौरागढ़ जिले के सीमात गाँवों में एक अद्भुत दृश्य देखने को मिला- जब गाँव की बहनों ने सेना के जवानों की कलाई पर राखी बाँधी, और उन्हें ‘रक्षक’ से ‘भाई’ बना दिया।
व्यास घाटी की दुर्गम पहाड़ियों और सक्त परिस्थितियों के बीच, भारतीय सेना द्वारा गाँव की महिलाओं और बच्चों के साथ रक्षाबंधन समारोह आयोजित किया गया, इस अवसर पर रंग समुदाय की बहनों ने परंपरागत तरीके से तिलक लगाकर सैनिकों का राखी बाँधी, और उनकी सलामती की कामना की, बदले में जवानों ने भी बहनों को मिठाइयाँ, उपहार और स्नेह भरे शब्दों से सम्मानित किया।
रक्षाबंधन का यह आयोजन इस बात का प्रतीक बन गया कि भारतीय सेना केवल देश की सीमाओं की नहीं बल्कि लोगों दिलों की भी रक्षा कर रही हैं।
