पिथौरागढ़– सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में नवगठित अंर्तराष्ट्रीय महिला काव्य संस्था पिथौरागढ़ ईकाई में साहित्यकार कमला वेदी की अध्यक्षता में ऑनलाइन काव्यगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें सभी कवयित्रियों ने एक से बढ़कर एक लाजवाब प्रस्तुति दी।
ऑनलाइन काव्यगोष्ठी में साहित्यकार जयमाला देवलाल ने ‘तुम्हारे मन की शंकाओं से डरती हूं ‘हां एक और अग्नि परीक्षा से डरती हूँ’। कमला वेदी ने श्याम संग जीवन मन रंग दो ,विराग छोड़ बहारों का संग दो।, भावना भट्ट ने मैं कौन हूं क्या पहचान मेरी, मैं नारी के संघर्ष की कहानी हूं। अनीता जोशी ने रंग और उमंग लेकर आय गयो ऋतुराज। रेखा पाण्डेय ने बेटी पढे़गी तो बेटी बढ़ेगी। लक्ष्मी आर्या ने प्रेम न ही शृंगार है प्रेम न ही दुराचार है प्रेम कोई समीक्षा नहीं है। प्रेम कोई परीक्षा नहीं है। इसके अतिरिक्त मंजुला पांडे ,मुन्नी पाण्डेय, मुन्नी टम्टा आदि कवयित्रियों ने मनमोहक कविता सुनाकर सबको भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मी आर्या ने किया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महासचिव सीमा शर्मा उत्तराखंड , विशिष्ट अतिथि डा.पुष्पलत अध्यक्ष उत्तराखंड ,एवं प्रमुख मार्गदर्शक अन्तर्राष्ट्रीय महिला काव्य संस्था के संस्थापक डा.नरेश “नाज “जी रहे।
