पिथौरागढ़ – विगत दिनों जिले में हुई भीषण बारिश के कारण अनेक सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं, जनपद के उच्च हिमालयी क्षेत्र के दारमा एवं व्यास घाटी में सड़क मार्ग बन्द हो जाने के फलस्वरूप इन क्षेत्रों में अनेक पर्यटक फस गए, इन सभी पर्यटकों को सुरक्षित निकाले जाने हेतु जिलाधिकारी डा० आशीष चौहान द्वारा तकाल कार्यवाही करते हुए सेना तथा उत्तराखण्ड शासन से लगातार संपर्क कर हैलीसेवा से फंसे पर्यटकों व लोगों को निकाले जाने हेतु अनुरोध किए जाने पर गुरुवार को वायु सेना के चीनूक एवं ए.एल.एस हैलीकॉप्टर द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर फसे पर्यटकों को सुरक्षित निकाला गया। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी के अनुरोध पर राज्य सरकार द्वारा भेजे गए हैलीकॉप्टर के माध्यम से तीन बीमार व्यक्तियों को जिसमें से एक डेढ़ माँह का बच्चा भी शामिल था।
तीनों बीमार व्यक्तियों को हायर सेंन्टर हल्द्वानी छोड़ा गया।
इसके अतिरिक्त रेस्क्यू ऑपरेशन के अंतर्गत एक चिकित्सक व एक अन्य मेडिकल स्टाफ तथा पुलिस की टीम को दारमा के तिदांग पंहुचाया गया, जहाँ विगत दिनों चल गाँव में बुग्यालों में मृतक 2 व्यक्तियों का पी.एम.कराया गया। गुरुवार को चलाए गए रैस्क्यू आपरेशन के अंतर्गत सर्व प्रथम चीनूक हेलीकॉप्टर द्वारा गुंजी से 27 पर्यटकों को नैनीसैनी हवाई पट्टी तक लाया गया तथा सेना के एएलएस हैलीकाप्टर द्वारा दारमा घाटी से एक गर्भवती महिला सहित 4 लोगों को नैनीसैनी तथा अन्य 2 सॉटी में कुल 19 पर्यटकों व अन्य को धारचूला तक लाया गया। इसके अतिरिक्त 3 बीमार व्यक्तियों समेत कुल 7 व्यक्तियों को सेना के हैलीकॉप्टर से हायर सेंटर बरेली पहुंचाया गया, रैस्क्यू कार्य समाप्ति तक जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान, एसपी लोकेश्वर सिंह समेत सेना के अधिकारी आदि नैनीसैनी में ही उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि शुक्रवार 22 अक्टूबर को भी वायु सेना के एम आई 17 हैलीकॉप्टर से रैस्क्यू ऑपरेशन चलाकर फसे पर्यटकों व लोगों को सुरक्षित निकाला जाएगा।