पिथौरागढ़ – जिलाधिकारी आशीष चौहान द्वारा बुधवार को जिला कार्यालय सभागार में मासिक समीक्षा स्टाफ बैठक कर जिले में राजस्व,अभियोजन कार्यो, कानून व्यवस्था, विभिन्न न्यायालयों में लंबित वादों, राजस्व प्राप्तियां, राजस्व वसूली,यातायात व्यवस्था, खाद्यान्न आपूर्ति,आपदा राहत कार्यों समेत वर्तमान में बी एल ओ द्वारा घर घर जाकर किए जा रहे मतदाता सत्यापन कार्य समेत आदि कार्यों की तहसील एवं विभागवार समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिए गए।
बैठक में जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम निर्वाचन आयोग द्वारा आगामी 15 सितंबर तक बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर निर्वाचक नामावलियों के सत्यापन कार्य के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि सभी बीएलओ अपने क्षेत्र में उपस्थित रह कर घर-घर जाकर सर्वे का कार्य करते हुए मतदाता सूची को त्रुटिरहित तैयार करें, इस कार्य की सभी तहसीलदार एवं उपजिलाधिकारी भी प्रतिदिन समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाय कि निर्वाचक नामावली में क्षेत्र के महत्वपूर्ण व्यक्तियों के नाम मतदाता सूची में अवश्य ही सामिल किए जाए, इस हेतु निर्धारित प्रारूप में आवेदन भराया जाय।
बैठक में जिलाधिकारी ने आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त भवनों के मुआवजा हेतु पी-20 के सभी प्रस्ताव पूर्ण आख्या के साथ भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्रभावित को आपदा से हुई क्षति का मुआवजा समय पर मिले, इसकी जिम्मेदारी संबंधित क्षेत्र के उप जिलाधिकारी की है। जिलाधिकारी ने कहा कि राजस्व उप निरीक्षक आपदा प्रभावित क्षेत्र में जाकर फोटोग्राफ खींचकर उसे प्रस्ताव के साथ संलग्न कर प्रेषित करें, ताकि वास्तविक आपदा प्रभावित को नुकशान का लाभ मिल सके।
बैठक में जिलाधिकारी ने जिले में कानून व्यवस्था आदि की समीक्षा करते हुए पुलिस एवं राजस्व विभाग को अपने क्षेत्रान्तर्गत कानून व्यवस्था बनाए रखते हुए अपराधों पर नियंत्रण बनाए रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि अपराधी को अपराध से डर लगे इस हेतु जनता तक एक संदेश जाना चाहिए जिस भी व्यक्ति द्वारा अपराध किया गया हो उसे उसके द्वारा किए गए अपराध की अवश्य की सजा मिले इस हेतु न्यायालय में ठोस साक्ष्य व मजबूत पैरवी पेश की जाय।
बैठक में जिलाधिकारी ने विभिन्न न्यायालयों में दर्ज वादों की समीक्षा के दौरान कहा कि सभी उप जिला मजिस्ट्रेट तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार कोविड नियमों का अनुपालन करते हुए अपने-अपने न्यायालय में दर्ज वादों का निस्तारण करें। कोई भी वाद अधिक समय तक लंबित न रहें। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में अपराधों पर पूर्ण नियंत्रण रखने हेतु राजस्व एवं नियमित पुलिस संयुक्त रूप आपसी सहयोग से कार्य करें। उन्होंने कहा कि सभी उपजिलाधिकारी अपने क्षेत्रान्तर्गत समय -समय पर क्षेत्रीय भ्रमण करने के साथ ही राजस्व कार्यों की बैठक कर समीक्षा करें। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी उपजिलाधिकारी अपने स्तर पर लंबित 143 के प्रकरणों के साथ ही मजिस्ट्रियल जाँच का भी समय पर निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि ऑडिट आपत्तितियों के अतिरिक्त माननीय मुख्यमंत्री व मंत्री संदर्भ के मामलों का भी त्वरित गति से निस्तारण करें।
उन्होंने कहा कि तहसील स्तर पर सेवा का अधिकार के तहत विभागों द्वारा जो भी आवेदन व सुविधाएं उपलब्ध हों, वह निर्धारित समय पर संबंधित को उपलब्ध कराई जाए,सभी प्रमाण पत्र समय पर बनाए जाय, जनता को किसी भी प्रकार समस्या नहीं होनी चाहिए। इस हेतु सभी उपजिलाधिकारी प्रत्येक सप्ताह तहसील स्तर पर जारी होने वाले प्रमाण पत्रों के सम्बंध में समीक्षा भी करें। बैठक में जिलाधिकारी ने तहसील धारचूला एवं मुनस्यारी के उच्च हिमालयी क्षेत्रों के गांवों में खाद्यान्न व्यवस्था के वितरण की समीक्षा करते हुए जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देश दिए कि आगामी 15 सितंबर तक उच्च हिमालयी के प्रत्येक गांव तक खाद्यान्न की आपूर्ति सुनिश्चित की जाय, आवश्यकता पड़ने पर हैलीसेवा से खाद्यान्न को क्षेत्र तक पंहुचाया जाय।
आबकारी विभाग की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने जिले में अवैध शराब की बिक्री की रोकथाम के साथ ही स्मैक व चरस जिससे युवा पीढ़ी एक गलत दिशा में जा रही है,उसकी रोकथाम हेतु सभी एसडीएम पुलिस के साथ मिलकर एक अभियान चलाकर जिले से इसे खत्म करें। इसके अतिरिक्त अवैध रूप से की जा रही भांग की खेती को नष्ट किया जाय। जिलाधिकारी ने जिले में अवैध खनन की रोकथाम के साथ ही परिवहन व्यवस्था को सुदृढ़ किए जाने हेतु लगातार छापेमारी व चालान करने के निर्देश दिए।
बैठक में अपर जिलाधिकारी फिंचा राम चौहान,संयुक्त मजिस्ट्रेट पिथौरागढ़ नंदन कुमार ,डीडीहाट के एन गोस्वामी,गंगोलीहाट बी एल फोनिया, बेरीनाग अभय प्रताप, धारचूला ए के शुक्ला,पुलिस क्षेत्राधिकारी आर एस रौतेला, खान अधिकारी प्रदीप कुमार,जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार, एआरटीओ नवीन सिंह समेत सभी तहसीलदार, नायब तहसीलदार,जिला शासकीय अधिवक्ता व जिला कार्यालय के सभी पटलों के प्रभारी आदि उपस्थित रहे।