पिथौरागढ़– प्रदेश की राजधानी देहरादून में राज्य सरकार द्वारा पांचवा धाम सैन्यधाम का निर्माण किया जा रहा है सैन्यधाम हेतु प्रदेश के प्रत्येक शहीद के परिवार के आंगन से पवित्र मिट्टी ली जा रही है मिट्टी को कलश में शहीद के घर के आंगन से प्राप्त कर शहीद धाम देहरादून में ले जाया जाएगा। इस हेतु शहीद सम्मान यात्रा का आयोजन किया जा रहा है।
शनिवार को पिथौरागढ़ जनपद के विकास खण्ड के मूनाकोट झौलखेत मैदान से शहीद सम्मान यात्रा प्रारंभ की गई, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारकर विकास खण्ड विण एवं मूनाकोट के कुल 89 शहीद परिवार के परिजनों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में पंहुचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, ने सर्वप्रथम मणेगांव तिराहा , पिथौरागढ़ में कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हुए हवलदार कुंदन सिंह खड़ायत की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। केद्रीय रक्षा मंत्री एवं मुख्यमंत्री ने शहीद के परिवार जनों से मुलाकात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
इसके उपरांत रक्षामंत्री एवं मुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल झौलखेत मैदान पंहुचे, जहाँ सर्वप्रथम वह विकास खण्ड मूनाकोट एवं विण के वीर शहीदों के परिजनों से मिले तथा उन्हें शौर्य सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि हमारी सांस्कृतिक परम्परा है कि जो देश के लिए अपनी जिंदगी न्यौछावर करते हैं, उनको देवतुल्य माना जाता है। जननी और जन्मभूमि दोनों स्वर्ग के समान होते हैं। उत्तराखण्ड, देवभूमि, तपोभूमि और वीरभूमि है। उत्तराखण्ड में पांचवा धाम सैन्यधाम बन रहा है। सैन्यधाम में शहीद सैनिकों की आंगन की मिट्टी आयेगी और भविष्य में भी जो वीर सपूत देश के लिए शहीद होगें, उनके आंगन की मिट्टी भी सैन्यधाम में लाई जायेगी। सैन्यधाम में इस तरह की व्यवस्था हो कि सभी शहीदों के नाम और गांव का नाम सैन्य धाम में अंकित हो।
उत्तराखण्ड की हर गली, हर शहर अपने में पवित्र है। उत्तराखण्ड में सैन्यधाम का निर्माण एक अच्छी सोच है। उन्होंने कहा कि 1962 भारत-चीन युद्ध में कुमाऊं बटालियन के जवानों ने किया करिश्माई काम केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि कुछ दिन पूर्व मुझे पीठसैंण में वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली जी की प्रतिमा का अनावरण करने का सौभाग्य मिला। रेजांग-ला पर जो उत्साह देखा वह अद्भुत था। 1962 भारत-चीन युद्ध में कुमाऊं के 13 वीं बटालियन के 124 जवानों जो करिश्माई काम किया, उसे भारत कभी भूल नहीं सकता। जब हमने उनके शौर्य और पराक्रम की गौरव गाथा सुनी तो मैंने वहां जाने का निर्णय लिया। वहां भव्य स्मारक बनाया गया है। भारत के हर नागरिक के मन में शहीदों के परिवारों के प्रति एक सम्मान का भाव होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सैनिकों, पूर्व सैनिकों एवं उनके परिवारजनों की समस्याओं के समाधान के लिए केन्द्र सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किये गये।
केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे पूर्व सैनिकों की जो वन रैंक वन पेंशन की समस्या थी उसका समाधान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। सैनिकों एवं उनके परिवारों की समस्याओं के लिए सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किये गये हैं। बैटल कैजुवल्टी को 02 लाख से बढ़ाकर 08 लाख रूपये किया गया है। पूर्व सैनिकों की भी हर समस्या का समाधान करने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये गये हैं। सैनिकों के सम्मान के लिए जो भी करना होगा, सरकार हमेशा उसके लिए तत्पर है। आजादी के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं, भारत आजादी धूमधाम से अमृत महोत्सव मना रहा है। रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर झांसी में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कर रहे हैं ताबड़तोड़ बैटिंग- केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने प्रदेश एवं जनहित में विगत 04 माह में 400 से अधिक निर्णय लेने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ताबड़तोड़ बैटिंग कर रहे हैं। अभी तो मुख्यमंत्री 20-20 मैच खेल रहे हैं। इनका पांच साल का टेस्ट मैच होना चाहिए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी महेन्द्र सिंह धोनी की तरह अच्छे फिनिशर हैं। केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में रूद्रपुर, हरिद्वार एवं पिथौरागढ़ में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। उत्तराखण्ड में सड़क, रेल एवं हवाई कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हुआ है। धारचूला- लिपुलेख-मानसरोवर जाने का रास्ता बन गया है। सांस्कृतिक दृष्टि से यह रास्ता बहुत महत्वपूर्ण है। भारत और नेपाल के बीच रोटी और बेटी का रिश्ता है। उन्होंने आश्वस्त कराया कि पिथौरागढ़ में बीआरओ(एआरओ) कार्यालय खोले जाने हेतु उचित कार्यवाही की जाएगी।
इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पिथौरागढ़ जनपद हमेशा से रणबांकुरों की भूमि रही है। देश की एकता, अखण्डता एवं रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले शहीदों को नमन करते हुए उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे आज अपनी जन्मभूमि सोर घाटी की धरती को नमन करने का अवसर मिला है। उन्होंने सैनिकों के हित में लिए जा रहे निर्णयों एवं उनका उत्साह बढ़ाने के लिए किये जा रहे सराहनीय प्रयासों के लिए केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ जनपद हमेशा से रणबांकुरों की भूमि रही है। उत्तराखण्ड सैनिक बहुल प्रदेश है। वीर भूमि पिथौरागढ़ में वीर सैनिकों के परिजनों एवं वीरांगनाओं का सम्मानित कर हम सब सम्मानित हो रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा जनहित एवं प्रदेशहित में अनेक निर्णय लिये गये हैं। सभी रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाई गई है। हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। सभी की समस्याओं का समाधान करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए राज्य में हो रहे हैं कार्य मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वस्थ युवा स्वस्थ उत्तराखण्ड योजना उत्तराखण्ड में शुरू की जा रही है, जिसके तहत प्रत्येक ग्राम सभा में एक जिम खोला जायेगा। इसका शासनादेश हो चुका है। आपदा के समय केन्द्र सरकार का राज्य को पूरा सहयोग मिला। सेना के 03 सेना के हेलीकॉप्टर केन्द्र सरकार से उत्तराखण्ड भेजे गये, इससे हम 500 से भी अधिक लोगों की जान बचा पाये। इस वर्ष राज्य में बरसात ने कई रिकॉर्ड तोड़े, लेकिन सरकार, शासन एवं प्रसाशन के प्रयासों से जान मान का नुकसान नहीं हुआ। सभी को मौसम के पूर्वानुमान पर अलर्ट किया गया। आपदाग्रस्त क्षेत्रों का हमने लगातार दौरा किया एवं जन समस्याओं के समाधान के लिए हर संभव प्रयास किये गये। कोविड के दौरान प्रभावितों के लिए राहत पैकेज देने का कार्य राज्य सरकार द्वारा किये गये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपेक्षानुसार हमारा लक्ष्य है कि 2025 में हम उत्तराखण्ड को देश का हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनायेंगे। उन्होंने इस अवसर पर केन्द्रीय रक्षा मंत्री से अनुरोध किया कि पिथौरागढ़ क्षेत्र में पहले बी.आर.ओ.(सेना भर्ती कार्यालय) काम करता था, जो यहां से शिफ्ट हो गया, इस बी.आर.ओ. केन्द्र की यहां पर पुनः स्थापना होनी चाहिए। यह सैनिक बहुल एवं सीमांत क्षेत्र है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद सम्मान यात्रा का पहला शुभारम्भ सवाड़ में किया गया। सवाड़ में केन्द्रीय विद्यालय की लंबे समय से मांग है, उसके लिए सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर केन्द्रीय विद्यालय खोलने का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा जायेगा। सवाड़ में स्मारक की देखरेख के लिए कर्मचारियों की व्यवस्था की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराने सैनिक स्मारकों के जीर्णोधार एवं जनपद पिथौरागढ़ में नये सैनिक विश्राम गृह तथा सैन्य अधिकारियों के आवास हेतु धनराशि तत्काल जारी की जायेगी।
इस अवसर पर केन्द्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने अपने संबोधन में कहा कि शहीद सम्मान यात्रा वीर सैनिकों के सम्मान को बढ़ाने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि देश के रक्षा मंत्री जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे उसी समय उनके हस्ताक्षर से ही उत्तराखंड राज्य बना। इन्होंने हमेशा ही उत्तराखंड राज्य के हित में सोचते हुए कार्य किया। भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी धीर गंभीररता से सरकार को चला रहे हैं राज्य के हित में त्वरित निर्णय ले रहे हैं।
इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री एवं कार्यक्रम के संयोजक गणेश जोशी ने कहा कि जिस प्रकार सैनिक सीमाओं में रहकर देश की रक्षा करता है तथा देश की रक्षा में अपने प्राणों को न्यौछावर कर देता है, इससे बड़ा बलिदान और कुछ नहीं हो सकता है, यह भूमि वीरों की भूमि है यहां से हर घर से वीर जवान देश की सीमा में रहकर सेवा कर रहा है। यहां के वीर जवानों ने सीमा की रक्षा में अपना बलिदान दिया है इस बलिदान को याद करने तथा उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु सैन्य धाम का निर्माण किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत प्रत्येक शहीद के घर के आंगन से पवित्र मिट्टी कलश में लेकर देहरादून में बनने वाले शहीद धाम तक ले जाएगी। इस हेतु प्रत्येक विकास खण्ड से शहीद सम्मान यात्रा निकाली जा रही है। इस अवसर पर विधायक पिथौरागढ़ चंद्रा पंत द्वारा सभी का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर पेयजल मंत्री विशन सिंह चुफाल,सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी,सांसद अजय टमटा, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा मदन कौशिक, विधायक पिथौरागढ़ चंद्रा पंत,अध्यक्ष जिला पंचायत दीपिका बोहरा, अध्यक्ष नगर पालिका राजेन्द्र रावत, भाजपा प्रदेश कोषाध्यक्ष पुनीत मित्तल जिलाध्यक्ष भाजपा वीरेन्द्र वल्दिया, जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान, पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह,सीडीओ अनुराधा पाल,संयुक्त मजिस्ट्रेट नंदन कुमार,जिला सैनिक कल्याण अधिकारी बीपी भट्ट समेत शहीद परिवारों के परिजन,पूर्व सैनिक,विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी तथा क्षेत्रीय जनता उपस्थित रही।