पिथौरागढ़ – भारतीय पर्वतारोहण संस्था आईएमएफ के बैनर तले पिथौरागढ़ जनपद के मनीष कसनियाल ने आज सुबह 5 बजे विश्व की सबसे ऊँची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह कर लहराया तिरंगा। मनीष के एवरेस्ट फतह करने पर पिथौरागढ़ जनपद में खुशी की लहर है। बता दे आईएमएफ का यह पर्वतारोहण अभियान 1 अप्रैल से शुरू हुआ था, जिस अभियान में पिथौरागढ़ के कासनी निवासी मनीष का चयन हुआ था। इस अभियान में देश के बारह पर्वतारोही 8848 मीटर एवरेस्ट,8516 मीटर ल्होत्से,7864 मीटर नूपसे,7116 मीटर ऊँचे पुमोरी चोटियों को फतह करने के लिए निकला था। पर्वतारोहण के लिए इनकी चार टीमें बनी थी। मनीष ने सिक्किम मनीता प्रधान और अन्य पर्वतारोहियों के साथ आज 1 जून को सुबह 5 बजे विश्व की सबसे ऊँची छोटी को फतह कर दिया। मनीष के पिता सुरेश चंद्र कसनियाल,माता ममता कसनियाल,बहन हिना ने उनके एवरेस्ट फतह करने पर बहुत उत्साहित है।
पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है। मनीष के परिवार ने बताया की एवरेस्ट फतह करना मनीष का सपना था,मनीष को साहसिक खेलों में बचपन से ही रुचि थी। जिसे आज मनीष ने साकार करके दिखाया। मनीष के नाम पहले कई रिकॉर्ड दर्ज है, मनीष ने 2018 में 5782 मीटर ऊँची मुनस्यारी की नंदा लपाक को पश्चिमी छोर पर्वतारोही जॉन जेम्स कुक के साथ फतह किया। मनीष को पर्वतारोहण में कई पुरस्कार भी मिल चुके है। मनीष आइस संस्था के पर्वतारोही है। इनकी उम्र 26 साल है। मनीष ने आइस संस्था के बासू पाण्डेय, जया पाण्डेय से पर्वतारोहण की बारीकियां सीखी है। वहीं आइस संस्था के बासू पाण्डेय ने बताया आज मनीष ने देश, प्रदेश के साथ सीमान्त जनपद पिथौरागढ़ का नाम रोशन किया है, बासू पाण्डेय द्वारा बधाई दी गयी।